۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
इमाम रजा

हौज़ा / इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत दिवस के सिलसिले में पवित्र नगर मशहद पहुंचने वाले श्रद्धालु और तीन हज़ार एक सौ धार्मिक अंजुमनों का संबंध ईरान के अलावा ज़्यादातर पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, भारत और इराक़ से था।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार,  इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े की प्रशासनिक समिति, आस्ताने क़ुद्से रिज़वी के उप प्रमुख ने कहा है कि पिछले दस दिनों में, 1.2 मिलियन तीर्थयात्रियों ने पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र के रौज़े की ज़ियारत की है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, आस्ताने क़ुद्से रिज़वी के उप प्रमुख मोहम्मद तवक्कुली ने कहा है कि पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पौत्र हज़रत इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े के 16 गेटों से प्रवेश करने वालों की विशेष सिस्टम के ज़रिए गिनती की जाती है। उन्होंने बताया कि इस बार इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत के मौक़े पर रोज़ में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के जो आंकड़ो सामने आए हैं उसने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मोहम्मद तवक्कुली ने बताया कि इस बार एक करोड़ 20 लाख तीर्थयात्रियों ने पिछले 10 दिनों में इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े में प्रवेश किया है।

इमाम रज़ा (अ.स.) की शहादत दिवस पर बनने वाले नए रिकॉर्ड पर एक नज़रआस्ताने क़ुद्से रिज़वी के उप प्रमुख मोहम्मद तवक्कुली ने कहा है कि इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत दिवस के सिलसिले में पवित्र नगर मशहद पहुंचने वाले श्रद्धालु और तीन हज़ार एक सौ धार्मिक अंजुमनों का संबंध ईरान के अलावा ज़्यादातर पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, भारत और इराक़ से था। बताया जा रहा है कि इस साल इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम के शहादत दिवस पर पवित्र नगर मशहद पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने पिछले सभी वर्षों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

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